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गोपालकृष्ण जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

  जय श्री विश्वकर्मा! आदरणीय श्री गोपालकृष्ण मांकड़ जी संयोजक – श्री विश्वकर्मा ब्राह्मण समाज, चेन्नईप्रदेशाध्यक्ष – अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा, तमिलनाडु आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाइयाँ! आपका जीवन सदैव समाज सेवा, नेतृत्व और सरलता का अद्भुत संगम रहा है। निर्भीकता, ईमानदारी और सबको समान दृष्टि से देखने की आपकी सोच आपको समाज का प्रिय एवं आदर्श व्यक्तित्व बनाती है। प्रभु श्री विश्वकर्मा जी से प्रार्थना है कि वे आपको उत्तरोत्तर सफलता, उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु जीवन प्रदान करें। आप इसी प्रकार समाज के हर कार्य में अग्रणी बने रहें, और युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहें। जन्मदिन की अनंत शुभकामनाओं सहित। सादर, हीरालाल जांगिड़ कोषाध्यक्ष श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई 

सांगाराम जी जांगिड़ साहेब से शिष्टाचार भेंट

Sr जांगिड साहेब से शिष्टाचार भेंट  दिनांक 11 मई 2025, रविवार को तमिलनाडु के पूर्व पुलिस महानिदेशक आदरणीय सांगाराम जी जांगिड़ साहेब के आवास पर जांगिड़ समाज के प्रमुख पदाधिकारियों द्वारा शिष्टाचार भेंट की गई। इस अवसर पर IRS अधिकारी आदरणीय उमेश जी जांगिड़, तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष श्री गोपालकृष्ण जी मांकड़, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री चोखाराम जी मांकड़, कोषाध्यक्ष श्री हीरालाल जोहड़, तथा श्री सवाईराम जी उपस्थित रहे। इस सौहार्द्रपूर्ण मुलाकात के दौरान समाज के समग्र विकास, युवा पीढ़ी के उत्थान तथा संगठनात्मक सुदृढ़ीकरण को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया। सभी पदाधिकारियों ने समाजहित में सामूहिक सहयोग और सकारात्मक पहल के लिए प्रतिबद्धता जताई। यह भेंट न केवल आपसी संवाद का एक सशक्त माध्यम रही, बल्कि समाज की प्रगति की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम भी सिद्ध हुई।

नेहरू पार्क में ‘चहकता घर‘ द्वारा आज घोंसलों का वितरण

    नेहरू पार्क में ‘चहकता घर‘ द्वारा आज घोंसलों का वितरण नेहरू पार्क में ‘चहकता घर‘ द्वारा आज घोंसलों का वितरण गौरेया सरंक्षण के माध्यम से प्रकृति सरंक्षण के लिये समर्पित संस्था ‘चहकता घर’ द्वारा आज दिल्ली के नेहरू पार्क में सैंकड़ांे घोंसलों का मुफ्त वितरण किया गया।  नेहरू पार्क में सुबह सात बजे से ही चहकता घर की टीम द्वारा घोंसला वितरण कार्यक्रम आरंभ कर दिया। घोंसला लेते वक्त कई नागरिकों ने विशेष रूचि दिखाई। चहकता घर की मुहीम के बारे में इसके सदस्यों से जानकारी ली और अपनी तरफ से सहयोग करने का आश्वासन भी दिया।  इस अवसर पर चहकता घर फाउंडेशन के अध्यक्ष आईआरएस डॉ दिनेश जांगिड, महासचिव श्री भारत भूषण, मीडिया प्रभारी श्री भवानी शकर कुमावत, कार्यकारिणी सदस्य श्री अदनान खान, श्री रजनीश, श्री तेजवीर कादियान, श्री अजय सोनी, श्री अभिषेक, श्री आशीष चौटाला, श्री सुरेश यादव, श्री रामवीर राना आदि मौजूद रहे।  फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ दिनेश जांगिड एवं महासचिव श्री भारत भूषण ने बताया कि अभी गौरेया का प्रजनन काल चल रहा है। यदि यह घोंसले हम सुरक्षित स्थान (सीधी धूप, बारिश एवं बिल्ल...

डॉ दिनेश जी जांगिड 'सारंग' द्वारा लिखित

डॉ दिनेश जी जांगिड  'सारंग' द्वारा लिखित "गजल"    मां ने नजर उतारी देख । डॉ दिनेश जांगिड 'सारंग' पहले अपनी पारी देख फिर लोगों की बारी देख । बहा पसीना थोड़ा पहले फिर फूलों की क्यारी देख। काम नहीं बन पाता फिर तो नजरें कर के न्यारी देख । करनी तुमको पार अगर तो दिक्कत है वो सारी देख । गर पाना आनंद सफर का जोड़ी अपनी प्यारी देख । आना जाना खोना पाना जीवन की राह जारी देंख बाजारों का जोखिम भारी नौकरी ले सरकारी देख । क्यों भागे नोटों के पीछे खुश अपनी कलदारी देख। उसको कैसे नजर लगेगी मां ने नजर उतारी देख । साथ निभाना सीख ले पहले फिर 'सारंग' की यारी देख ।

ऑपरेशन सिंदूर — कवि दलीचंद जी जांगिड़ द्वारा

  ऑपरेशन सिंदूर  कवि दलीचंद जी जांगिड़ द्वारा जब बोला सिंह सिंहासन से, "अब नहीं सहेगा भारत अपमान!" आदरणीय नरेंद्र मोदी जी ने ललकारा, दुश्मन को सिखा दिया हिंदुस्तान! सरहद पार जो साजिशें रचते, अब उनकी रग-रग पहचान ली। ना समझे जो शांति की भाषा, उन पर फिर आग बरसानी थी। सेना ने जब मिसाइल दागी, नौ आतंकी ठिकाने तबाह हुए। धूल में मिला दहशत का हर गढ़, सौ से ज्यादा आतंकी ख़ाक हुए। हर फौजी के सीने में ज्वाला थी, हर हाथ में बिजली की चाल थी। ऑपरेशन 'सिंदूर' बना वो बाण, जिसमें दुश्मन की मौत सवाल थी। पाकिस्तान को मिल गया जवाब, जिसे वो पीढ़ियों तक नहीं भूलेगा। हर कदम पर हिंद का शौर्य, अब दुनिया के नक्शे पर झूलेगा। सिंदूर बना प्रतीक शौर्य का, नारी के माथे से रणभूमि तक। जहाँ मोदी का संकल्प था साथ, और सेना का साहस था निडर। जय हिन्द की गूंज हुई दिशाओं में, हर हिन्दुस्तानी का माथा ऊँचा। दलीचंद जांगिड़ गर्व से कहे, "वीरों ने रच दिया गौरव-गाथा! "

भारत एक जीता जागता राष्ट्र पुरुष है.

  भारत एक जीता जागता राष्ट्र पुरुष है ..आज याद आई कविराज अट्टल बिहारी जी की. भारत कोई भूमि का टूकड़ा नहीं है, यह जीता जागता राष्ट्र पुरुष है। अट्टल जी ने कहा था. ये वंदन की धरती है, अभिनंदन की धरती है।यह अर्पण की भुमि है, ये तर्पण की भुमि है। इसकी नदी नदी हमारे लिए गंगा है, इसका कंकड़ कंकड़ हमारे लिए शंकर है। हम जीएंगे तो भारत के लिए, मरेंगे तो भी भारत के लिए जय जवान, जय किसान और अब जय विज्ञान  भारत माता की जय हो.. दलीचंद जांगिड सातारा

पाली के युवा उद्योगपति भामाशाह श्री भंवरलाल जी आसदेव का श्री विश्वकर्मा तीरथधाम बागुंडा में भव्य स्वागत, मंदिर के लिए 3.5 लाख रुपये का टीन सेट भेट

  पाली के युवा उद्योगपति भामाशाह श्री भंवरलाल जी आसदेव का श्री विश्वकर्मा तीरथधाम बागुंडा में भव्य स्वागत, मंदिर के लिए 3.5 लाख रुपये का टीन सेट भेट आज पाली जिले से पधारे युवा उद्योगपति एवं महान भामाशाह श्री भंवरलाल जी आसदेव का श्री विश्वकर्मा तीरथधाम बागुंडा में मंदिर समिति द्वारा हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। श्री आसदेव ने मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं को देखकर गहरी सराहना की और श्रद्धाभाव से प्रेरित होकर लगभग ₹3,50,000 मूल्य का विशालतम लोहे का टीन शेड भेंट स्वरूप समर्पित किया। यह योगदान न केवल मंदिर परिसर को सुदृढ़ता प्रदान करेगा, बल्कि श्रद्धालुओं को भी अत्यधिक सुविधा उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही उन्होंने अपनी ओर से मंदिर में टीन सेट का रंग-रोगन, लाइटिंग व्यवस्था, पंखे, तथा आकर्षक टाइल्स फर्श जैसी अतिरिक्त सुविधाएँ भी भव्य रूप में तैयार करवाने की इच्छा जाहिर की। समिति एवं समस्त समाज की ओर से ऐसे समर्पित एवं उदार भामाशाह श्री भंवरलाल जी आसदेव को कोटि-कोटि धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया गया। उनका यह योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बना रहेगा।

चेन्नई में पूज्य महंत श्री श्री 1008 श्री प्रतापपुरी जी महाराज का भव्य स्वागत, भजन-सत्संग में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

  29 अगस्त 2022 को चेन्नई में राजस्थान के प्रतिष्ठित तारातरा  मठ के महंत, पूज्य श्री श्री 1008 श्री प्रतापपुरी जी महाराज का भव्य स्वागत किया गया। महाराज श्री एक दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर चेन्नई पधारे, जहां उनका आगमन भक्तों के लिए दिव्य आनंद और आस्था का केंद्र बन गया। माधावरम स्थित देवाराम जी देपड़ा निवास पर रात्रि में भजन-सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें सुप्रसिद्ध भजन कलाकार श्री विशनाराम जी सुथार ने भावपूर्ण भजनों की मनमोहक प्रस्तुति दी। उनके भजनों ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भक्तिरस में सराबोर कर दिया। इस पावन अवसर पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्री साँगाराम जी जांगिड़ ने महाराज श्री का पारंपरिक विधि से स्वागत कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में चेन्नईवासी शामिल हुए और उन्होंने पूज्य महाराज श्री से दर्शन कर दिव्य आशीर्वाद प्राप्त किया। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण रहा, बल्कि भक्ति, संस्कृति और समाज में एकता के संदेश को भी बल प्रदान करने वाला सिद्ध हुआ। x

श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई द्वारा श्री विश्वकर्मा मंदिर में सुंदरकांड पाठ का भव्य आयोजनk

श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई द्वारा श्री विश्वकर्मा मंदिर में सुंदरकांड पाठ का भव्य आयोजन चेन्नई, 20 अप्रैल  – श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज, चेन्नई द्वारा आज श्री विश्वकर्मा मंदिर परिसर में धार्मिक श्रद्धा और भक्ति से परिपूर्ण सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर पर अनेक श्रद्धालु एकत्रित हुए और भक्तिमय माहौल में सुंदरकांड का रसपान किया। पाठ का वाचन  श्री ईश्वर जी वैष्णव, देव शर्मा, मनीष शर्मा, आशीष राजपुरोहित, महेंद्र जांगिड़, ऋषभ शर्मा एवं पीयूष शर्मा – ने अत्यंत मधुर स्वर में किया। उनकी सामूहिक प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। इस आयोजन में समाज के कोषाध्यक्ष श्री हीरालाल जोहड़, प्रवक्ता श्री वागेश जांगिड़, मंदिर के वर्तमान पुजारी ऋषिदास जी, पूर्व पुजारी कैलाश जी ओझा तथा लक्ष्मणदास जी  के. पी. वैष्णव सहित अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। सुंदरकांड पाठ के पश्चात श्री विश्वकर्मा भगवान की पूजा-अर्चना एवं आरती संपन्न हुई, जिसमें सभी भक्तों ने बड़े उत्साह एवं श्रद्धा के साथ भाग लिया। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि समाज में ...

देश मारो मरुधर (खौड)

  देश मारो मरुधर (खौड) मैं खौड रो निवासी हूं इण मरुधर रो रैवासी हूं गुर्जरों रै वास रो निवासी हूं धर्मराजा मंदीर सामै मकान मारो कवि जिलों आपरो पाली कहै सुणावै जाती आपरी जांगिड़ लिख बतावै ई धरती रो गुणगान कवि  प्रदेशों में गावै 1200 k. M. दूर विरहाने में खौड थारी  याद आवै सपनें में दिखे शा:ओटरमल जी बासा री पाठशाला दादावाड़ी, पीपळी रो फळो,महादेवजी रो बेड़ो, मुथों वास रो फळो मुख्य प्रवेश द्वार चार इण गांव रा जद्द याद करु डिंगाई जवाली जैतपुरा बूसी ने गांव रा लोग नझरो सामै समकालिन अवस्था वाळा दिख जावै सहपाठी मारा जीवन प्रगति सारु गया सगळा दूर देशों मा इण रे कारणीये गांव मने सुनो सुनो गणो लागै कवि कविता करता करता जद्द याद आवै मरुधर देश री और याद आवै जद्द गांव खौड री तो स्टेज पर आंखीयो सू नीर बहावै गांव रो तलाब पीपळी नाडी जद्द बरसात में भर जावै दरकत पर बैठी काँयल प्रभाते मधूर गीत सुणावै खेत खलियान में मकी जवार तिल बाजरी मूंग चवला हिलोरा खावै  जीणो जीणो पवन हिलोरा खावै जद  खेत में काम करण वाळो रो मनड़ो गणो हरसावै कोनी नांव सुमेरपुर रो छोटो धान मंडी है उठै गणी मोठी व्याप...

मैं पथिक हूं जिन्दगी के पथ पर,

 मैं पथिक हूं जिन्दगी के पथ पर.. मैं पथिक हूं जीवन पथ का... जिन्दगी हमारी कुछ इस तरह से गुजरी बाल्य अवस्था हमारी दोस्तों संग खेल कूद में गुजरी कभी विद्या ग्रहण करने में गुजरी कभी धन अर्जन की कला सिखने में गुजरी कभी प्रदेश में यारों की यारी में गुजरी तो कभी घर की जिम्मेदारी में गुजरी कभी रिश्तें निभाने में तो कभी रुठों को मनाने में गुजरी कभी धूप में तो कभी छाव में गुजरी कभी दो पक्षों के वाद विवाद मिटाने में गुजरी  कभी खुशी तो कभी गम से होकर गुजरी हा भाई हा यह जिन्दगी है ये जिन्दगी है इसी तरह गुजरी हाँ ये जिन्दगी हमारी जिन्दगी के कई मोड़ से होकर गुजरी कर मेहनत आशियाना बनाते बनाते गुजरी संसारिक रिती-रिवाजों को निभाते निभाते गुजरी जांगिड समाज को संगठित करते करते गुजरी हाँ इस तरह 70 बर्ष उम्र हमारी गुजरी जिन्दगी के सारे राज अभी  नहीं बताऊंगा राज को राज रहने दो मेरे प्रेमी मित्रों कभी फुर्सत में जिन्दगी के ओर राज बतलाऊंगा चलता रहा जीवन राह पर पथिक बनकर आज तक कहता आया हूं मेरे चाहने वाले मित्रों यही जिन्दगी यही है जिन्दगी  जिन्दगी हमारी कुछ इस तरह से गुजरी..... ============...

"परिंदों के लिए परिंडे" महाअभियान का शुभारंभ

"परिंदों के लिए परिंडे" महाअभियान का शुभारंभ पाली जिले में पर्यावरण संरक्षण और पक्षी कल्याण की दिशा में एक अनूठा कदम उठाते हुए जांगिड़ नवयुवक विकास समिति, जवाली द्वारा "परिंदों के लिए परिंडे" महाअभियान की शुरुआत की जा रही है। इस अभियान का उद्देश्य 1111 परिंडे लगाने का है, जिससे गर्मी में पक्षियों को पानी और सुरक्षा मिल सके। इस पुनीत कार्य का शुभारंभ पाली जिला कलेक्टर श्री एल. एन. मंत्री जी के कर-कमलों द्वारा किया जाएगा। शुभारंभ अवसर पर प्रथम 50 परिंडे कलेक्टर ऑफिस परिसर एवं आस-पास लगाए जाएंगे। हम आप सभी समाजबंधुओं और पर्यावरण प्रेमियों से विनम्र निवेदन करते हैं कि इस ऐतिहासिक और प्रेरणादायक कार्यक्रम में सादर पधारें तथा इसे सफल बनाएं। कार्यक्रम विवरण: दिनांक: 15 अप्रैल 2025 वार: मंगलवार समय: प्रातः 9:30 बजे स्थान: कलेक्टर ऑफिस, पाली विशेष निवेदन: श्री विश्वकर्मा जांगिड़ समाज सेवा समिति, जवाली एवं जांगिड़ नवयुवक विकास समिति, जवाली की ओर से आप सभी को हार्दिक आमंत्रण। आइए, परिंदों के लिए आश्रय बनाएं – और एक नई मिसाल कायम करे

दुखों का समय धीरे से गुजरता है

  दुखों का समय धीरे से गुजरता है इतने दुखों की तेज हवा में, दिल का दीप जला रक्खा हूँ दिल में ओर तो क्या रक्खा है वर्तमान का दर्द छुपा रक्खा हूँ इधर उधर सब जगह पुकारा है बिगड़ी बात मन में याद रक्खा हूँ धूप से चेहरों ने दुनिया में क्या अंधेरा मचा रक्खा है...? इस नगरी के कुछ लोगों ने दुख को नाम दवा दे रक्खा है पुराने समय की बात क्यूँ न छेड़ू ये धोका भी हमने खा रक्खा है इतने दुखों की तेज हवा में दिल का दीप जला  रक्खा हूँ भूल भी जाओ बीती सब बातें इन झूठी बातों में क्या रक्खा है ऐसा लोग बार-बार मुझे कहते है मै पूर्वजों की बातें याद दिलाता हूँ चुप क्यूँ रहूं,कहू नहीं सब बातें ये क्या बंधन मुझे लगा रक्खा है यह पारब्ध का शेष फल मेरा है दुखी जीवन में क्या रक्खा है...? इतने दुखो की तेज हवाओं में मैंने दिल का दीप जला रक्खा है जय श्री विश्वकर्मा जी की दलीचंद जांगिड सातारा महा.

विश्वकर्मा जी का पाठ करने की विधि:

विश्वकर्मा जी का पाठ करने की विधि: 1. तैयारी: स्नान कर साफ वस्त्र पहनें। पूजा स्थान साफ करें और एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर भगवान विश्वकर्मा जी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। दीपक, अगरबत्ती, फूल, चावल, अक्षत, रोली, पान-सुपारी, मिठाई, नारियल आदि सामग्री तैयार रखें। 2. पूजन विधि: शुद्धिकरण: अपने ऊपर थोड़ा जल छिड़कें और स्थान का शुद्धिकरण करें। संकल्प: हाथ में फूल और चावल लेकर संकल्प लें कि आप विश्वकर्मा जी का पूजन कर रहे हैं। दीप-धूप अर्पण करें। फूल और चावल अर्पित करें। विश्वकर्मा जी के मंत्र का जप करें। 3. पाठ या मंत्र: विश्वकर्मा जी की स्तुति (सरल पाठ): ॐ आधार शक्तपे नमः। ॐ कूमयि नमः। ॐ अनन्तम नमः। ॐ पृथिव्यै नमः। विश्वकर्मा नमस्तुभ्यं विश्वस्य सृष्टिकर्तक। त्वया बिना जगत्सर्वं संपूर्णं नैव जायते॥ विश्वकर्मा देवाय नमः। या आप नीचे का संक्षिप्त पाठ भी कर सकते हैं: हे विश्वकर्मा भगवान, सृष्टि के रचयिता, आपकी कृपा से हमारा कार्य सफल हो। हमें सद्बुद्धि और कुशलता प्रदान करें। हमारे औजार, मशीनें, और कार्यस्थल सदा शुभ फल दें। 4. आरती: विश्वकर्मा जी की आरती करें ...

होली निमित कविता

  होली निमीत कविता मुझे रोको ना मुझे टोको ना           गीत सुरीले मुझे गाने दो....... मुझे होली के रंग उड़ाने दो          रंग केसूले के फूलों के  सब पर मुझे उड़ाने तो दो          मुझे रोको ना मुझे टोको ना रंग पंचमी की मिठी मनुहार          आप से अद्दा करने आया हूं पहले मुझे रंग तो उड़ाने दो          मत पकड़ो हाथ मेरा रंग से ज्यादा प्रेम का भुखा हूं          एक केसूले के फूलों की रंग भरी फुंआर तो करने दो          ना कपड़े गन्दे करने आया हूं ना ही काले हरे कलर लगाने आया हूं           रंग तो एक बहाना है साथीयों मैं तो प्रेम बांटने आया हूं           गीत बसंत बहार के गाने दो... नव बर्ष में आप से मिलने आया हूं           पिछले बर्ष के गिले शिकवे आप से मिटाने आया हूं           गीत होली के गाने आया हूं रंग मुझे लगाने...

श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई का विश्वकर्मा मंदिर में भव्य होलिका दहन आयोजन

  श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई का विश्वकर्मा मंदिर में भव्य होलिका दहन आयोजन: एक विस्तृत रिपोर्ट शुभ लौ प्रज्वलित हुई! श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई ने हाल ही में विश्वकर्मा मंदिर में होलिका दहन मनाया। हवा मंत्रों, भक्ति गीतों और समुदाय की स्पष्ट भावना से गुंजायमान थी। यह आयोजन धार्मिक आयोजन से कहीं अधिक था, यह समाज की सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित करने और सदस्यों के बीच एकता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। होलिका दहन उत्सव बुराई पर अच्छाई की जीत का एक जीवंत अनुस्मारक था। यह एक कालातीत संदेश है जो समुदाय में गहराई से गूंजता है। इस कार्यक्रम ने परिवारों को जोड़ने, कहानियाँ साझा करने और अपनी सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान किया। यह रिपोर्ट कार्यक्रम की मुख्य बातें, इसके महत्व और परंपरा को बनाए रखने के लिए समाज के चल रहे प्रयासों का विवरण देती है। विश्वकर्मा मंदिर में होलिका दहन: एक शानदार आयोजन क्या आप उस शानदार माहौल की कल्पना कर सकते हैं? बड़ी संख्या में भक्त एकत्रित हुए! श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई ने 13 मार्च को विश्वकर्मा मंद...

श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज द्वारा विश्वकर्मा मंदिर में होलिका दहन

  श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई  श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज द्वारा विश्वकर्मा मंदिर में होलिका दहन का भव्य आयोजन  चेन्नई, 14 मार्च शुक्रवार श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई द्वारा 13 मार्च को विश्वकर्मा मंदिर में होलिका दहन का कार्यक्रम अत्यंत धूमधाम और विधि-विधान से संपन्न हुआ। पंडित के.पी. वैष्णव जी ने मंत्रोच्चारण के साथ पूजन विधि संपन्न करवाई। जांगिड़ समाज के अध्यक्ष कन्हैयालाल जी माकड़ और समाज के सभी सदस्यों ने होलिका की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर सुबह से ही मंदिर परिसर में होली स्नेह मिलन का आयोजन किया गया, जिसमें पुरुषों ने होली के पारंपरिक गीत गाए और गैर नृत्य किया। महिलाओं ने भी लूअर और अन्य गीत गाकर माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चुटकी भर गुलाल और फूलों से होली मनाई गई। मंदिर में बच्चों के लिए धुंधोत्सव का भी आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने खूब मस्ती की। कार्यक्रम के अंत में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष गोपाल कृष्ण मांकड़, पूर्व अध्यक्ष चोखाराम मांकड़, देवाराम देपड़ा, गोविंद राम देपड़ा, ओमप्रकाश...

फागण री मस्ती,गणी है सस्ती

  फागण री मस्ती,गणी है सस्ती जीणी जीणी उड़े रे गुलाल         गौरी थारा गांव में.... पेहलो फागण खेलण ने आयो         गौरी थारा गांव में.... साथी ड़ा ने साथे लायो         चार दिन वास्ते उणने मनायो पेहली होली मनावण आयो         गौरी थारा गांव में..... गौरी थारा गांव री लुगाईयों         गुंघट में छाने माने देखण लागी नाक आंखीयो कान सू जमाई         इण घर रो गणो रुपाळो है लुगाईयों री बातों सुण सुण        साथीडो मारो कान में सुणावे है मैं पेहलो भागण मनावण आयो         गौरी थारा गांव में..... सहेलियाँ थारी छाने माने         बूट गोगल पेन रुमाल चोरी छुपके मारा चुरावै है         रित जीजा साळी  री पुराणी अजब निभावै है         मांग राकै रुपयों पैसों री मंद मंद मन माए मुस्करावै है         साथी ड़ा रे साथे पेहल फागण खेलण आयो          ग...

जमीन से महंगी दवा हो गई.

  जमीन से महंगी दवा हो गई. Kविता पढ़ जनता का प्रतिउत्तर कवि की कलम लिख रही, वेदना इस संसार की। केमिकल के खाद से उपजे, आधुनिक पैदावार की।। पढ़कर वेदना ऐसी साहब, व्यथित है जग सारा। जमीन कम रह गई है और, लोगों का हुआ अधिक पसारा।। लोग बढ़ गए जगत में तो, भोजन ज्यादा चाहिए। क्या और कैसे करें व्यवस्था, जुगाड़ लगाना चाहिए।। विज्ञान ने नित नए हुकुम, अविष्कार जो कीने हैं। गोबर छोड़ो, यूरिया डालो, कुदरतीय तत्व छीने हैं।। लकड़ी मुड़ जाती है करके, प्लाईवुड बनाया है। प्लाई के लिए सारे वृक्षों को, हमने काट गिराया है।। नदियां रोककर बांध बनाए, और विद्युत बनाई है। पर्वत काटकर सड़कें बनाई, गाड़ियां बहुत भगाई है।। तीर्थ स्थल में यात्रियों के लिए, होटलें खूब बनाई है। उसी में बने हुए हैं शौचालय, गन्दगी बहुत फैलाई है।। वही गन्दगी भरा पानी अब, नदियों में बहता है। जिनको हम माता कहते हैं, ये कैसी पवित्रता है।। कैसे रोकेंगा कविवर कलम से, यह सब लोगों का रोष है। विनाशकारी ये पर्यावरण है पर, घातक मानव को कहां होश है।। तेज धार करो कलम की इसे, दिल्ली के तख्तधारियों तक पहुंचाओ। जहां सुनवाई होती है सम्भव, कविराज अपनी वेदना ...

श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई की आम सभा सम्पन्न, समाज विकास पर हुई चर्चा

श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई की आम सभा सम्पन्न, समाज विकास पर हुई चर्चा चेन्नई, 29 नवंबर (शनिवार): श्री जांगिड़ ब्राह्मण समाज चेन्नई द्वारा विश्वकर्मा मंदिर में एक आम सभा का आयोजन किया गया। इस बैठक में समाज के कल्याण एवं भविष्य में भवन विस्तार को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई। सभा में अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा, प्रदेशसभा तमिलनाडु के प्रदेशाध्यक्ष गोपालकृष्ण मांकड़ , पूर्व अध्यक्ष चोखाराम मांकड़ , देवाराम देपड़ा , चेन्नई जांगिड़ समाज के अध्यक्ष कन्हैयालाल मांकड़ , पूर्व सचिव ओमप्रकाश आसलिया , सचिव महेंद्र बुढ़ल , कोषाध्यक्ष हीरालाल जोहड़ , उपाध्यक्ष हमीराराम कुलरिया , लोकेश बोदलिया , प्रमोद पंवार , वागेश छड़ियां , राजेश छड़िया , दिलीप इंद्राणिया सहित समाज के कई प्रमुख सदस्य एवं समाज बंधु उपस्थित रहे। इस बैठक में समाज के हित में विभिन्न योजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें शिक्षा, रोजगार, सामुदायिक विकास और भवन विस्तार से जुड़े प्रस्तावों को समर्थन मिला। बैठक में समाज के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने और आने वाले समय में समाज की उन्नति के लिए ठोस कदम उठाने का संकल्प ल...