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देश मारो मरुधर (खौड)

 देश मारो मरुधर (खौड)

देश मारो मरुधर (खौड)


मैं खौड रो निवासी हूं

इण मरुधर रो रैवासी हूं

गुर्जरों रै वास रो निवासी हूं

धर्मराजा मंदीर सामै मकान मारो

कवि जिलों आपरो पाली कहै सुणावै

जाती आपरी जांगिड़ लिख बतावै

ई धरती रो गुणगान कवि  प्रदेशों में गावै

1200 k. M. दूर विरहाने में खौड थारी  याद आवै

सपनें में दिखे शा:ओटरमल जी बासा री पाठशाला दादावाड़ी,

पीपळी रो फळो,महादेवजी रो बेड़ो, मुथों वास रो फळो मुख्य प्रवेश द्वार चार इण गांव रा

जद्द याद करु डिंगाई जवाली जैतपुरा बूसी ने

गांव रा लोग नझरो सामै समकालिन अवस्था वाळा दिख जावै

सहपाठी मारा जीवन प्रगति सारु गया सगळा दूर देशों मा

इण रे कारणीये गांव मने सुनो सुनो गणो लागै

कवि कविता करता करता जद्द याद आवै मरुधर देश री

और याद आवै जद्द गांव खौड री तो स्टेज पर आंखीयो सू नीर बहावै

गांव रो तलाब पीपळी नाडी जद्द बरसात में भर जावै

दरकत पर बैठी काँयल प्रभाते मधूर गीत सुणावै

खेत खलियान में मकी जवार तिल बाजरी मूंग चवला हिलोरा खावै 

जीणो जीणो पवन हिलोरा खावै जद 

खेत में काम करण वाळो रो मनड़ो गणो हरसावै

कोनी नांव सुमेरपुर रो छोटो

धान मंडी है उठै गणी मोठी व्यापार भी कौनी उठै छोटो

पाली तो पल्ली वाळा ब्राह्मणों री कैवजी अठै  

कारखानों रो हब गणो मोठो अठै

पाली में करो जितरो काम धन्धो गणो ही मिले 

वायल कपड़ा री रंग रंगोठी इण धन्धा री भरमार अठै

ई सो प्यारों प्यारों मारो मरुधर देश 

ई धरती रो गुणगान करु जद मैं बैठ अकेलो

गर्व सू छीनो मारो भर भर जावै

ई सो है प्यारो प्यारो मारो मरुधर देश

ईण मरुधर देश पर मैं वारी वारी जावौ

आ है धरती धोरा री। 

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जय श्री विश्वकर्मा जी की 

लेखक दलीचंद जांगिड़ सातारा महाराष्ट्र 

मोबाइल 9421215933

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