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Showing posts from May 4, 2025

पाली के युवा उद्योगपति भामाशाह श्री भंवरलाल जी आसदेव का श्री विश्वकर्मा तीरथधाम बागुंडा में भव्य स्वागत, मंदिर के लिए 3.5 लाख रुपये का टीन सेट भेट

  पाली के युवा उद्योगपति भामाशाह श्री भंवरलाल जी आसदेव का श्री विश्वकर्मा तीरथधाम बागुंडा में भव्य स्वागत, मंदिर के लिए 3.5 लाख रुपये का टीन सेट भेट आज पाली जिले से पधारे युवा उद्योगपति एवं महान भामाशाह श्री भंवरलाल जी आसदेव का श्री विश्वकर्मा तीरथधाम बागुंडा में मंदिर समिति द्वारा हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। श्री आसदेव ने मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं को देखकर गहरी सराहना की और श्रद्धाभाव से प्रेरित होकर लगभग ₹3,50,000 मूल्य का विशालतम लोहे का टीन शेड भेंट स्वरूप समर्पित किया। यह योगदान न केवल मंदिर परिसर को सुदृढ़ता प्रदान करेगा, बल्कि श्रद्धालुओं को भी अत्यधिक सुविधा उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही उन्होंने अपनी ओर से मंदिर में टीन सेट का रंग-रोगन, लाइटिंग व्यवस्था, पंखे, तथा आकर्षक टाइल्स फर्श जैसी अतिरिक्त सुविधाएँ भी भव्य रूप में तैयार करवाने की इच्छा जाहिर की। समिति एवं समस्त समाज की ओर से ऐसे समर्पित एवं उदार भामाशाह श्री भंवरलाल जी आसदेव को कोटि-कोटि धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया गया। उनका यह योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बना रहेगा।

चेन्नई में पूज्य महंत श्री श्री 1008 श्री प्रतापपुरी जी महाराज का भव्य स्वागत, भजन-सत्संग में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

  29 अगस्त 2022 को चेन्नई में राजस्थान के प्रतिष्ठित तारातरा  मठ के महंत, पूज्य श्री श्री 1008 श्री प्रतापपुरी जी महाराज का भव्य स्वागत किया गया। महाराज श्री एक दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर चेन्नई पधारे, जहां उनका आगमन भक्तों के लिए दिव्य आनंद और आस्था का केंद्र बन गया। माधावरम स्थित देवाराम जी देपड़ा निवास पर रात्रि में भजन-सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें सुप्रसिद्ध भजन कलाकार श्री विशनाराम जी सुथार ने भावपूर्ण भजनों की मनमोहक प्रस्तुति दी। उनके भजनों ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भक्तिरस में सराबोर कर दिया। इस पावन अवसर पर वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी श्री साँगाराम जी जांगिड़ ने महाराज श्री का पारंपरिक विधि से स्वागत कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में चेन्नईवासी शामिल हुए और उन्होंने पूज्य महाराज श्री से दर्शन कर दिव्य आशीर्वाद प्राप्त किया। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण रहा, बल्कि भक्ति, संस्कृति और समाज में एकता के संदेश को भी बल प्रदान करने वाला सिद्ध हुआ। x