1 रक्तदान एक प्रकार से समाज सेवा ही हैं... . ==================== रक्त दान यह है महादान *************************** दुखीयो ने सुखीया करे, देवे सबने जीवन दान रख भावना परोपकार की भला करे विश्वकर्मा भगवान इसी दया भाव से प्रभावित होकर हमको "एक बर्ष में एक बार" रक्तदान जरुर करना चाहिए। रक्तदान से समाज के अन्दर एक समाज सेवा के साथ साथ ओरों की भावना भी जागृत होती ही है और साथ ही समाज के अन्दर एक प्रेम भावना का मोहल तैयार होकर एक सकारात्मक संदेश भी समाज में जाता है। जो एक सभ्य समाज के लिए उचित कार्य ही है। साथ में रक्त की कमी वाले पेसेंट को हाँस्पीटल में भर्ती करने पर आपके "ब्लेड डाँनट" से किसी की जान बचाई जा सकती है, यही तो मुख्य उद्देश्य है इस रक्तदान करने वाले समाज के युवाओं का होता है, जो समाज सेवा का ही एक भाग है। सेवा के साथ-साथ समाज में एक सकारात्मक विचारों का परिवर्तन भी लाता है। रक्त की आवश्यकता कहा पर व किसको पड़ती है....? "" "" "" "किसी मनुष्य के शरीर में रक्त बनने की धीमी गति से रक्त की कमी हो जाती है या फिर रक्त बनने ...